महाराष्ट्र के वर्तमान मुख़्यमंत्री देवेंदर फड़वनीस और ऊधव ठाकरे के भृगु संहिता ज्योतिष से कुंडली विवचेन।

महाराष्ट्र के वर्तमान मुख़्यमंत्री देवेंदर फड़वनीस और ऊधव ठाकरे के भृगु संहिता ज्योतिष से कुंडली विवचेन।
महाराष्ट्र के वर्तमान मुख़्यमंत्री देवेंदर फड़वनीस के जनम २२-७-१९७० में १०-४५ बजे मुम्बई महाराष्ट्र में हुआ था। पिछले पांच साल से मुख्य मंत्री के हक़दार होते हुऐ भी वह उपमुख़्यमंत्री ही बने रहे। पर अब महाराष्ट्र में हुऐ चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत से कुछ सीट ही दूर रह गयी है । बीजेपी के देवेंदर फड़वनीस शिव सेना शिंदे गुट और अजित पवार गुट के समर्थन से मुख्य मंत्री बन गए। पर इस बिच शिव सेना गुट के शिंदे ने अंत तक पूरी तरह से देवेंदर फड़वनीस के मुख्य मंत्री बन ने में रूकावट डाली। पर शिव सेना शिंदे के दाव चला नहीं और देवेंदर फड़वनीस महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री बन गए।
देवेंदर फड़वनीस कुंडली की राशि में ग्रह का विवेचन।
राशि १,५,९ में ग्रह के संयोगं ।
केतु +शुक्र +शनि
राशि २,६,१० में ग्रह के संयोगं ।
कोई ग्रह नहीं है।
राशि ३,७,११ ग्रह के संयोगं ।
बृहस्पति +राहु +चन्दर डिग्री क्रम अनुसार
राशि ४,८,१२ ग्रह के संयोगं ।
सूरज +मंगल +बुध ग्रह के संयोगं ।
गोचर का शनि कुंभ राशि में जनम के चन्दर +राहु के ऊपर से जा रहा है। चन्दर और राहु का ग्रह संजोग जीवन में उतार चड़ाव को दर्शता है। हमने देखा है कैसे देवेंदर फड़वनीस को पिछले बार शिंदे शिव सेना ने मुख्य मंत्री बने से रोक दिया था और देवेंदर फड़वनीस को उप मुख्य मंत्री की कुर्सी से संतोष करना पढ़ा। पर इस बार शुक्र सप्तम से गोचर के शनि पर दृष्टि डाल रहा है जिस कारन इनको मुख्य मंत्री की कुर्सी मिल गयी। जनम का बृहस्पति भी इस तुला राशि से गोचर के शनि को दृष्ट कर रहा है। कुल मिला कर जनम के दो सुबह ग्रह शुक्र और बृहस्पति गोचर के शनि को दृष्ट कर रहे है जिस कारन से देवेंदर फड़वनीस को मुख्य मंत्री की कुर्सी इस बार मिल गयी।
गोचर का शनि प्रोफेशन का करक है ।
जीव ग्रह बृहस्पति देवेंदर फड़वनीस के मुख्य मंत्री बनें के समय गोचर में वृष राशि में विराजमान है।
बृहस्पति को जनम का शनि जो की प्रोफेशन का करक ग्रह है मेष राशि में बैठा है अपनी दूसरी दृष्टि से गोचर के बृहस्पति को दृष्टि डाल रहा है।
गोचर का बृहस्पति इस समय वृष राशि में विराजमान है। वृष राशि का स्वामी जनम का शुक्र वृष राशि से ४ भाव में बैठा है जनम के केतु का साथ। जनम का चन्दर्मा भी जनम के शुक्र को दृष्टि डाल रहा। ४ भाव राजा का सिंघसन को कुंडली में दिखता है

उद्धव ठाकरे का जनम २७-७-१९६० में १०-१४ बजे मुम्बई महाराष्ट्र में हुआ था!अभी अभी हुऐ महाराष्ट्र का चुनाव में उद्धव ठाकरे की पार्टी शिव सेना की बहुत ही कम सीट आयी !जबकि उद्धव ठाकरे वाली महा विकास आघाड़ी अपना पूर्ण बहुमत का दावा कर रही थी!पर ये पार्टी अपनी सामान जनक सीट भी लाने में कामयाब नहीं हुई !
आइए उद्धव ठाकरे की कुंडली का विश्लेषण भृगु पद्दति से करे!
राशि १,५,९ में बृहस्पति +चन्दर+शनि +राहु डिग्री के क्रम अनुसार नीचे से ऊपर अग्रसर है !
राशि २,६,१० में सिर्फ मंगल विराजमान है !
राशि ३,७,११, में केतु और बुध क्रम अनुसार बैठा है !
राशि ४,८,१२ में सूरज ,शुक्र क्रम अनुसार बैठा है
गोचर का शनि कुंभ राशि में उद्धव ठाकरे की कुंडली में जनम का केतु के ऊपर जा रहा है !केतु कुंडली में गोचर का शनि को अपने अच्छे फल देना से रोका गा!गोचर का शनि से सप्तम में चन्दर्मा बैठा है !शनि के कुंभ में गोचर में उद्धव ठाकरे का समय उतर चड़ाव वाला रहा है !जनम के केतु ,बुध ३,७,११ राशि में युति में बुद्धि यानि इंटेलेक्ट को ख़राब करता है !जिस कारन उद्धव ठाकरे का काम इस शनि के गोचर ख़राब हो गया !इस कारन उद्धव ठाकरे की पार्टी शिव सेना इस चुनाव में हार गयी !गोचर का शनि कुंभ का जनम स्वामी शनि ११ भाव में जनम का बृहस्पति का साथ बैठा है। ११ भाव लाभ दिलाता है। इस कारन २०२४ का लोकसभा चुनाव उद्धव ठाकरे शिव सेना को अच्छी सीट प्राप्त हुई।
गोचर का बृहस्पति वृष में २,६,१० राशि को संक्रमित कर रहा कर रहा। गोचर का बृहस्पति वृष राशि में जनम का मंगल का ऊपर से जा रहा है !जनम का मंगल उग्र स्वाभाव वाला गृह है। जिस कारन उद्धव ठाकरे की महा विकास आघाड़ी में चुनाव में सीट को और मुख्या मंत्री की सीट को लेकर कांग्रेस और शरद पवार गुट से अनबन भी हुई। गोचर का बृहस्पति मंगल और बुध को भी संक्रमित कर रहा है। ये गृह संयोग ओवर कॉन्फिडेंस भी दिखला रहा है। अगर वृष राशि को लगन बना दे तो मंगल वृष राशि से १२ भाव के स्वामी है जो की हानि दर्शा रहा है। वृष राशि के स्वामी शुक्र सूरज के साथ बैठा है जो की बहुत अच्छी नहीं है,
गोचर के केतु २,६,१० वाला त्रिकोण को संक्रमित कर रहा है !इस संक्रमित त्रिकोण में जनम के मंगल विराज मन है जो की हानि और लड़ाई झगड़ा दिखा रहा है