भृगु ज्योतिष से जानें ट्रम्प के भविष्य की राह

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का भृगु ज्योतिष से फलादेश !

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनते ही मार्च माह में शनि के मीन राशि में प्रवेश करते ही डोनाल्ड ट्रम्प का अमेरिका में भरी विरोध हो रहा है!क्या ये विरोध स्थाई है !आइए डोनाल्ड ट्रम्प की कुंडली से भृगु ज्योतिष से अवलोकन करे!

डोनाल्ड ट्रम्प का जनम १४-जून-१९४६ ,१०-५५ ,जमैका ,अमेरिका में हुआ था !

गृह के संयोग राशि अनुसार !

राशि १,५,९

मंगल ग्रह!

राशि २,६,१० में

बृहस्पति,राहु,सूरज क्रम अनुसार!

राशि ४,८,१२ में

शनि ,शुक्र ,केतु,चन्दर्मा !

राशि ३,७,११

बुध ही विराजमान है !

इक ग्रह योग ये भी बन रहा है बृहस्पति+राहु +चन्दर +सूरज

चुकी ऊपर बना ग्रह योग में चन्दर नीच का है !

गोचर में बृहस्पति आज २३-०० का है जोकि वृष राशि में जनम के राहु को पर करने में ४ डिग्री का फरक है !इस कारण डोनाल्ड ट्रम्प को अमेरिका में आर्थिक सुनामी जो की इनके रेसिप्रोकाल टेर्रिफ के कारण अमेरिका में हुए । ६*६ ट्रिल्लों डॉलर के स्टॉक मार्किट में नुकसान के कारण हो रहा है। बृहस्पति गोचर में जब जनम के राहु को ऊपर से जाए गा तब डोनाल्ड ट्रम्प इस विरोध को झेल ले गे!गोचर का बृहस्पति जब जनम के राहु के ऊपर से जाए गा जनम के चन्दर्मा से दृष्ट हो गा तब डोनाल्ड ट्रम्प बुहत मानसिक परेशानी का सामना करना पढ़े गा [बृहस्पति+राहु +चन्दर +सूरज] और जब जनम के सूर्य जो की २९ डिग्री ४९ मिनट का है तो डोनाल्ड ट्रम्प की परेशानी काम होगी !

शनि का गोचर

शनि मीन राशि में २९-३-२०२५ को प्रवेश किया है !शनि गोचर में जनम के [शनि +शुक्र +केतु +चन्दर्मा ]संजोग पर गोचर कर रहा है![जनम का शनि करम का करक है +शुक्र स्त्री ,यश ,ऎश्वर्या ,धन ,और खर्चा का करक है +केतु इस खर्चा पर लगाम लगा रहा है +चन्दर्मा ट्रैवेलिंग ,बदनामी ,अपयश का करक है ]ये फल डोनाल्ड ट्रम्प को जब शनि गोचर में मीन राशि में आगे बढ़े गा तब डोनाल्ड ट्रम्प ये फल प्राप्तः हो सकते है !पर इन सब ग्रह संजोग में जनम का बृहस्पति गोचर के शनि को दृष्ट प्रदान कर रहा है जोकि डोनाल्ड ट्रम्प इन सब परेशानी से बचा भी रहा है !

२९ -५-२०२५ को राहु -केतु गोचर में मीन -कन्या राशि एक्सिस से कुंभ -सिंह राशि एक्सिस में प्रवेश करेगा !

डोनाल्ड ट्रम्प की कुंडली में गोचर का केतु जनम के मंगल के ऊपर से जाए गा ! जो की इनके किसी निर्णय से अमेरिका किसी बढे युद्ध में धकेल सकता है